ॐ आंजनेयाय विद्मिहे वायुपुत्राय धीमहि | Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra PDF | Lyrics, Meaning, Benefits, Download

Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra PDF – हनुमान जी के भक्तो का हमारे इस पोस्ट में सादर स्वागत हैं, हमारे हिंदू धर्म में श्री राम जी सबसे बड़े भक्त हनुमान जी को माना जाता हैं, हनुमान जी अपने आप को श्री राम जी के बिना अधूरा मानते हैं और श्री राम जी अपने आप को हनुमान जी के बिना अधुरा मानते हैं, अर्थात दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते हैं, जो भी भक्त हनुमान जी की पुजा सच्चे मन से करता हैं तो उसके ईरध गिरध से कष्ट, रोग भुत प्रेत, और नकारात्मक ऊजा हमेशा दूर रहती हैं,

इसलिए हनुमान जी की भक्ति हर तरह से हमेशा शुभ मानी जाती हैं, चाहे कितना भी कठिन काम कयो ना हो उस कार्य को करने के लिए हनुमान जी हमेशा शक्ति प्रदान करते हैं, हिंदू धर्म में हनुमान जी को सूर्य देवता का शिष्य बताया गया हैं, और सूर्य को आत्मविश्वास प्रबल , शारीरिक तेज और मानसिक दृढ़ता देने वाला ग्रह भी बताया गया हैं,

वास्तव में हनूमान जी की चालीस से लेकर उनके सभी मत्रों का जाप करने से हनूमान जी के भक्त को आत्मविश्वास का वरदान खुद हनुमान जी आकर देते हैं, शास्त्र में बताया गया हैं कि हनूमान जी मानव शरीर में क्षमताओं के प्रतीक के रुप में मौजूद हैं,

इसी कडी में देखे तो हनुमान जी को खुश करने के लिए कई तरह के मत्रं हैं , इन्ही सब मत्रों में से एक Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra हैं, इस का सच्चे मन से जाप करने से हनुमान जी खूब प्रसन्न होते हैं और साधक की पुकार जल्दी सुनते हैं, हनुमान जी सभी मत्रों में से गायत्री मत्रं का कुछ अलग ही महत्व बताया गया हैं शास्त्रो में, जिस तरह गायत्री मत्रं भगवान से शुद्ध बुध्दि प्राप्त करने के लिए पढा जाता हैं,

वैसे ही हनुमान जी से मानसिक शांति और आत्मविश्वास प्राप्त करने के लिए Panchmuhki Hanuman Gayatri Mantra का जाप किया जाता हैं, साधक के जीवन में अगर को तनाव या कोई चिंता हो तो इस मत्रं का जाप करने से काफी हद तक खत्म हो जाता हैं, तो चलिए हनुमान भक्तो हम इस पोस्ट में panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra के बारे में जानते हैं साथ ही इसके लाभ और जाप करने की विधि के बारे में भी बतायेगे,

Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra PDF | ॐ आंजनेयाय विद्मिहे वायुपुत्राय धीमहि , Lyrics, Meaning, Benefits, Download
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All Language Panchmukhi Hanuman Kavach PDF | पंचमुखी हनुमान कवच PDF Free Download 

इस विधि से करे जाप तो खुद प्रकट होगे हनुमान जी | Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra

1. अगर भक्त हनुमान जी का जाप पहली बार शुरू करने जा रहा हैं तो उसे मंगलवार या शनिवार में से किसी भी दिन शुरू कर सकता हैं।

2. भक्त को स्नान करके शुद्ध शरीर और सच्चे मन के साथ किसी हनुमान मंदिर में पहले हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए और फिर हनुमान गायत्री का जाप करना चाहिए, भोग के रूप में लडडू अर्पित करे,

3. Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra का जाप दिए गए तीनों मत्रों में से किसी एक मंत्र का रोज जाप करना शुरू करे

4. Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra का जाप करने के लिए रुद्राक्ष की माला सबसे उतम माना गया हैं शास्त्रो में,

5. रुद्राक्ष की माला से जाप करने के लिए Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra को 108 बार रोज जाप करना चाहिए,

6. Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra का जाप मंदिर में शुरू करने के बाद भक्त इस मत्रं का जाप रोज रुद्राक्ष की माला से घर पर ही हनुमान जी की मूर्ति के सामने बैठकर कर सकते हैं,

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पंचमुखी हनुमान गायत्री मत्रं के अचूक लाभ | Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra Benefits

हनुमान जी का गायत्री मंत्र बहुत ही शक्तिशाली यत्र के रुप में शास्त्रो में बताया गया हैं, जो भक्त इस मत्रं का जाप सच्चे मन से र्सधा पूर्वक करता हैं तो उसे इस मत्रं का लाभ तुरंत प्राप्त होता हैं, लेकिन ध्यान रखने वाली बात इसमें यह भी हैं कि इस मत्रं का लाभ तभी मिलता हैं जब इसे ईमानदारी और श्रद्धा से किया जाये. तो आइए जानते हैं कुछ इसके महत्व पूर्ण लाभ के बारे में,

1. हनूमान जी अपनी शक्ति और साहस के रुप में जाने जाते हैं, जो भी भक्त इस गायत्री मत्रं का जाप सच्चे मन से करता हैं तो उसमें इन गुणों का विकास होता हैं, और जीवन में आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों पर काबू पाने में सहायता प्रदान होती हैं.

2. श्री हनूमान जी का गायत्री मत्रं जाप करने से साधक को नकारात्मक ऊर्जा से बचाती हैं , जैसे काला जादू, भूत प्रेत का साया, मन में डर , प्रेत दोष आदि से छुटकारा मिलता हैं,

3. हनुमान जी का गायत्री मत्रं जाप करने से साधक के जीवन में मानसिक तनाव की समस्या से आराम मिलता हैं और साथ ही पढ़ाई, किसी काम को करने में एकाग्रता प्राप्त होती हैं,

4. Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra का जाप करने से साधक को अपने लक्ष्य प्राप्त करने में सहायता प्राप्त होती है ऐसा इसलिए क्योंकि इस मंत्र के जाप करने से किसी भी कार्य में आने वाली कठिनाइयों और बाधाओं से निजाद मिलता है, जिससे आसानी से लक्ष्य को बिना अवरुद्ध के प्राप्त किया जा सकता है,

5. इस मंत्र का जाप करने से भक्तों को किसी भी तरह का डर हमेशा के लिए खत्म हो जाता है,

6. इस Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra से भक्तों में हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हमेशा बना रहता है,

7. भक्तों में हमेशा शारीरिक कमजोरी और बीमारियों से छुटकारा मिलता है,

8. Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra का करने से भक्तों के घर में सुख और शांति हमेशा कायम रहती है.

9. Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra का जाप करने से भक्त के घर में हमेशा लक्ष्मी जी का वास और आशीर्वाद हमेशा बना रहता है,

Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra Lyrics in hindi ( पंचमुखी हनुमान गायत्री मंत्र अर्थ सहित)

ॐ आंजनेयाय विद्मिहे वायुपुत्राय धीमहि !
तन्नो: हनुमान: प्रचोदयात !! 1 !!

हे, अंजना और वायु के पुत्र, मैं आपसे बुद्धि और ज्ञान की प्रार्थना करता हूं।

ॐ रामदूताय विद्मिहे कपिराजाय धीमहि !
तन्नो: मारुति: प्रचोदयात !! 2 !!

ॐ अन्जनिसुताय विद्मिहे महाबलाय धीमहि !
तन्नो: मारुति: प्रचोदयात !! 3 !!

अर्थ : हे श्री अंजना और वायु के पुत्र श्री हनुमान हमारी आपसे प्रार्थना है की हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करें.

Panchmukhi Hanuman Gayatri Mantra Lyrics
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